Hello दोस्तों , आज हम इस article में MPGk का टॉपिक Mp ki Nadiya Map के साथ अध्ययन करेंगे | यह टॉपिक MPPSC pre unit-3 के Mp Geography (मध्यप्रदेश भूगोल) से सम्बंधित है | MPPSC के previous year का paper अवलोकन करने पर आप पाएंगे की Mp ki Nadiya (Mp River map) से एक या दो प्रश्न अवश्य पूछे जाते है |एक-एक अंक की कीमत कितनी होती है यह तो आप सभी जानते ही है |अतः इस topic का अध्ययन हम बारीकी से करेंगे ताकि MPPSC-2022/2023 में पूछे जाने वाले प्रश्न हमसे बिना किसी परेशानी के solve हो सके | तो चलिए जानते है – Mp ki Nadiya (Mp River map in hindi)
Mp ki Nadiya / Mp River Map hindi-
![]() |
Mp River Map credit to - Mahesh Kumar Varnwal book of mppsc |
Mp ki Nadiya और मध्यप्रदेश के प्रमुख अपवाह तंत्र for MPPSC pre
मध्यप्रदेश के भूगोलिक सौंदर्य का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं उसकी नदियाँ। इन नदियों के पानी ने क्षेत्र की कृषि, जलवायु, और पारिस्थितिकी को सजाया है। इस ब्लॉग में, हम मध्यप्रदेश की प्रमुख नदियों के महत्व और सांस्कृतिक पहलुओं को छूने का प्रयास करेंगे। चलिए, इस यात्रा में नदियों की रहस्यमयी दुनिया को खोजते हैं।
- मध्यप्रदेश में लगभग 207 छोटी-बड़ी नदियाँ बहती हैं ।
[Free] Indian polity mcq hindi | भारतीय राज्यव्यवस्था टेस्ट
अपवाह तंत्र (Drainage System) –
अर्थ – “किसी क्षेत्र की जलप्रवाह प्रणाली”
अपवाह तंत्र या प्रवाह प्रणाली (Drainage System) किसी नदी तथा उसकी सहायक धाराओं द्वारा निर्मित जल प्रवाह की विशेष व्यवस्था है। यह एक तरह का जालतन्त्र या नेटवर्क है जिसमें नदियाँ एक दूसरे से मिलकर जल के एक दिशीय प्रवाह का मार्ग बनती हैं |
मध्यप्रदेश का अपवाह तंत्र (MP drainage system) –
मध्यप्रदेश के अपवाह तंत्र को 6 भागो में बांटा गया है-
![]() |
MP Drainage System |
गंगा अपवाह तंत्र (Drainage System of Ganga)
1. यह मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा अपवाह तंत्र है |
2. यह mp में तीन उपतंत्र में विभाजित है –
- यमुना नदी तंत्र – इसमें चम्बल,सिंध,बेतवा,धसान,केन आदि प्रमुख नदियाँ है |
- टोंस नदी तंत्र – बीहड़,ओदा,महान आदि |
- सोन नदी तंत्र – जोहिला,बनास,गोपद,रिहंद आदि नदियाँ है |
अब हम इन Mp Rivers Gk hindi के बारे में एक एक करके
पढेंगे |
MPPSC की तैयारी को मजबूती देने के लिए आप हमारी वेबसाइट MPPSC Material से जुड़े रहिये |
चम्बल नदी (Chambal River MadhyaPradesh) –
Chambal River यमुना नदी की सहायक नदी है |
- उद्गम – Chambal River महू (जिला-इंदौर) के जनापाव पहाड़ी के वांग्चु point से निकलती है |
- लम्बाई – कुल 965किमी (mp में Chambal Riverकी लम्बाई 325 किमी है |)
- अवसान – Chambal River इटावा(up) के निकट यमुना नदी में मिल जाती है |
- अन्य नाम – इसे चर्मवती ,
धर्मावती , कामधेनु आदि नामो से जाना
जाता है |
- Chambal River एक अध्यारोपित नदी (Superimposed River) है | यह अपने मार्ग में उत्खात भूमि का निर्माण करती है , जिसे चम्बल खड्ड (बीहड़ , Ravine of Chambal River) कहते है |
- यह मध्यप्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी नदी
है |
- चम्बल और यमुना मिलकर लश्कर के मैदान
की सीमा बनती हैं|
- Chambal River को
पश्चिम मध्यप्रदेश की जीवन रेखा कहते है |
- यह mp और राजस्थान के मध्य
प्राक्रतिक सीमा बनाती है |
- Chambal River mp,राजस्थान
और up में बहती है |
- यह उज्जैन , श्योपुर , भिंड ,मुरैना आदि जिलो में बहती है |
- चम्बल नदी की सहायक नदी – काली सिंध, क्षिप्रा ,पार्वती , कूनो आदि |
क्षिप्रा नदी (Kshipra River) –
यह चम्बल की सहायक नदी
है |
- उद्गम - Shipra River इंदौर के निकट काकरीबरडी के समीप वानेश्वर कुंड से निकलती है |
- लम्बाई – 195 किमी
- अवसान - Kshipra River कोटा (राजस्थान) के निकट चम्बल में मिल जाती है |
- अन्य नाम – सोमवती ,
पापहरिणी , अवन्ती आदि Shipra
River के अन्य नाम है |
अन्य तथ्य –
- क्षिप्रा नदी (shipra River) को मालवा की गंगा कहते है |
- यह रतलाम , उज्जैन,मंदसौर जिलो में प्रवाहित होती है |
- क्षिप्रा नदी (shipra River) के
तट पर बसे महाकाल नगरी उज्जैन में प्रत्येक 12 वर्ष में
कुम्भ मेला (सिंहस्थ) लगता है |
- क्षिप्रा नदी की सहायक नदी – खान , गंभीर आदि
बेतवा नदी (Betwa River) –
यह यमुना की सहयक नदी
है |
- उद्गम - Betwa River रायसेन
जिले के कुमरागाँव से निकलती है |
- लम्बाई – कुल 480
किमी (Mp में 380 किमी में बहती है)
- अवसान - Betwa River हमीरपुर
(up) के निकट यमुना में मिल जाती है |
- अन्य नाम – बेत्रवती,
शिव की बेटी आदि नाम से Betwa River को जाना जाता है |
अन्य तथ्य –
- Betwa River को mp की गंगा कहा जाता है |
- Betwa River बुंदेलखंड
के पठार की प्रमुख नदी है अतः इसे बुंदेलखंड की जीवन रेखा कहा जाता है |
- यह mp और up के
मध्य प्राक्रतिक सीमा बनाती है |
- देवगढ बेतवा नदी के किनारे बसा है , जिसे बेतवा का
आइसलैंड (Iceland of Betwa River) कहा जाता है |
- इसके अतर्गत विदिशा , अशोकनगर , टीकमगढ़ , गुना आदि जिले आते है |
- बेतवा नदी की सहायक नदी -धसान ,
बीना ,जामनी आदि |
केन नदी (Ken River)-
यह यमुना नदी की सहयक नदी है |
- उद्गम - Ken River कटनी
जिले की रीठी तहसील के निकट कैमूर पहाड़ी (दमोह पहाड़ी) से निकलती है |
- लम्बाई – कुल 427
किमी
- अवसान - Ken River बाँदा
जिले (up) में चिला गाँव के समीप भोजहा नामक
स्थान पर यमुना नदी में मिलती है |
- अन्य नाम – शुक्तिमती ,
कर्णवती ,कैनास आदि Ken
River के अन्य नाम है |
Ken River Map -
अन्य तथ्य –
- यह पन्ना , कटनी , छतरपुर आदि जिलो में बहती है |
- इसमें शजर नामक बहुमूल्य पत्थर मिलता
है |
- Ken River की
सहायक नदी – सोनार , बाना , उर्मिल
आदि |
सिंध नदी (Sindh River) –
यह यमुना नदी की सहायक
नदी है |
- उद्गम - Sindh River विदिशा
जिले के सिरोंज तहसील से निकलती है |
- लम्बाई – कुल 470
किमी |
- अवसान - Sindh River इटावा
(up) के समीप यमुना नदी में मिलती है |
अन्य तथ्य –
- यह गुना जिले को दो बराबर भाग में विभाजित करती है |
- सिंध नदी की सहायक नदी - नन , कुंद , माहुर आदि |
- Sindh River शिवपुरी
, विदिशा , दतिया में बहती है |
काली सिंध (Kali Sindh River) –
यह चम्बल
की सहायक नदी है |
- उद्गम – Kali Sindh River देवास जिले के बागली गाँव के अमोदिया से निकलती है |
- लम्बाई – 150 किमी है |
- अवसान - Kali Sindh River नौनेरा (राजस्थान) के निकट यमुना में मिल जाती है |
- यह शाजापुर , नरसिंहगढ़ से होकर
प्रवाहित होती है |
टोंस नदी (Tons River) –
यह गंगा नदी की सहायक नदी है |
- उद्गम - Tons River सतना
जिले के मैहर (कैमूर पहाड़ी) से निकलती है |
- लम्बाई – 320 किमी है |
- अवसान - Tons River इलाहाबाद
(up) के निकट सिरसा में गंगा नदी से मिल जाती है |
- अन्य नाम – इसे तमसा नदी के नाम से जाना जाता है |
Tons River
Map -
अन्य तथ्य –
- रामायण काल में इसका उल्लेख वाल्मीकि रामायण में मिलता है , जो अयोध्या के निकट बहती थी |
सोन नदी (Son River) –
यह गंगा की प्रमुख सहायक नदी है |
- उद्गम - Son River mp के
अनूपपुर जिले की अमरकंटक पहाड़ी से निकलती है |
- लम्बाई – कुल 780
किमी (mp में इसकी लम्बाई 509 किमी है |
- अवसान - Son River आरा
(बिहार) के समीप रामपुर में गंगा नदी में मिल जाती है |
- अन्य नाम – नन्द ,
सुवर्ण , सोआ , सुवर्णवती
, सभागधि आदि सोन नदी के अन्य नाम है |
Son River Map -
अन्य तथ्य –
- गंगा के दाहिने तट से मिलने वाली सबसे बड़ी नदी सोन नदी है |
- यह कैमूर श्रेणी और छोटा नागपुर पठार
के मध्य सीमा बनाती है |
- इसमें दुर्लभ प्रजाति के कछुए निवास
करते है |
- सोन नदी को टॉलमी ने सोआ नाम दिया
था |
- सोन नदी की सहायक नदियाँ – घग्घर , गोपद , जोहिला , रिहंद आदि प्रमुख सहायक नदी हैं |
अभी तक हमने गंगा नदी तंत्र के
बारे में जाना | जिसके अंतर्गत आने वाली नदियों का अध्ययन
किया जो की Mp ki प्रमुख
नदियाँ ( Rivers) है | अब
हम नर्मदा अपवाह तंत्र के
बारे में जानेंगे |
MPPSC Kya hai ? MPPSC
में कौन-कौन से पद होते है ?
नर्मदा अपवाह तंत्र (Narmada Drainage System hindi) -
- नर्मदा अपवाह तंत्र मध्यप्रदेश का
दूसरा सबसे बड़ा अपवाह तंत्र है |
- यह अपवाह तंत्र वृक्षनुमा
प्रणाली (Dendritic Pattern) का है |
नर्मदा नदी (Narmada River in Hindi)–
- उद्गम – Narmada River mp के
अनूपपुर जिले के अमरकंटक पहाड़ी (मैकल श्रेणी) से निकलती है |
- लम्बाई – नर्मदा नदी की
कुल लम्बाई 1312 किमी है | इसकी
मध्यप्रदेश में लम्बाई 1077 किमी है |
- अवसान – Narmada River भडोच
(गुजरात) के पास कैम्बे (खम्भात) की खाड़ी (अरब सागर) में गिर जाती है |
- अन्य नाम – मेकलसुता ,
रेवा , कावेरी (ओम्कारेश्वर में) ,
शिवपुत्री , सामोदेवी , सोमप्रभा , नामदासी आदि नाम से नर्मदा नदी को
जाना जाता है |
- नर्मदा नदी मुकर्ता गार्ज बनाती है |
Narmada River Map -
|
|
अन्य तथ्य –
- नर्मदा नदी मध्यप्रदेश के 16 जिलो से होकर बहती है |
- भारत के प्रायद्वीपीय भारत की सभी
नदियों में नर्मदा ऐसी नदी है जो सदावाहिनी है , क्योंकि इसमें रेह
मिटटी पायी जाती है , जिसमे पानी सोखने की क्षमता कम
होती है , अतः इसमें वर्ष भर पानी होता है |
- नर्मदा नदी को नामदासो नाम टॉलमी
द्वारा दिया गया है |
- नर्मदा नदी को भारत की ह्रदय रेखा भी
कहा जाता है | यह mp की जीवन-रेखा है तथा साथ ही इसे गुजरात
की भी जीवन-रेखा भी कहा जाता है |
- यह मध्यप्रदेश की प्रथम नदी है , जिसे जीवित नदी का
दर्जा 2017 में दिया गया था |
- mp में नर्मदा नदी की
सबसे अधिक सहायक नदी है | इनकी संख्या 41 है , जिसमे से 22 बांयी
ओर से तथा 19 दांयी ओर से मिलती है |
- नर्मदा नदी अरब सागर में गिरती हुई
एस्चुरी (ज्वारनदमुख) बनाती है |
- Narmada River की
प्रमुख सहायक नदियाँ है – (Tributaries of Narmada River)---- बंजर ,
दूधी , शक्कर , तवा
, शेर , बरनार , हिरन , बरना , मान ,
देनवा , तिन्दौली इत्यादि |
नमामि देवी नर्मदे यात्रा (Namami Devi Narmde Seva Yatra) –
- नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए यात्रा
शुरू हुई थी |
- प्रारंभ – 11 दिसम्बर ,
2016 (अमरकंटक से)
- समाप्ति – 15 मई 2017 (अमरकंटक में)
- 148 दिनों तक 16
जिलो में यात्रा की गई |
शक्कर नदी (Shakkar River) -
यह नर्मदा नदी की सहायक नदी है |
- उद्गम - Shakkar River छिंदवाडा
जिले की अमरवाड़ा तहसील के समीप सतपुड़ा श्रेणी से निकलती है |
- अवसान – Shakkar River नरसिंहपुर
जिले में नर्मदा में मिलती है |
- नर्मदा और शक्कर के संगम पर
संगनेश्वर मंदिर बना हुआ है |
तवा नदी (Tawa River) –
यह नर्मदा नदी की
सहायक नदी है |
- उद्गम - Tawa River होशंगाबाद जिले की कालीभीत पहाड़ी (महादेव श्रेणी) से निकलती है |
- कुल लम्बाई – 172 किमी |
- अवसान – बन्द्रामान के समीप
नर्मदा में मिल जाती है |
अभी तक हमने नर्मदा नदी तंत्र को पढ़ा है | mp ki nadiyan ( Mp river map in hindi) के इस article में अब हम ताप्ती नदी अपवाह तंत्र (Drainage System) के बारे में पढेंगे |
ताप्ती नदी अपवाह तंत्र (Tapi River in hindi) –
- Tapi River का अपवाह तंत्र अनुगामी अपवाह (Consequent Drainage) प्रकृति का है |
ताप्ती नदी (Tapi River) -
- उद्गम - Tapi River mp के बैतूल जिले की काली सिंध पहाड़ी (सतपुड़ा श्रेणी) की चोटी मुलताई से
निकलती है |
- लम्बाई – कुल 724
किमी (mp में इसकी लम्बाई 279 किमी है)
- अवसान - Tapi River खम्भात
की खाड़ी (अरब सागर) में गिरती है |
- अन्य नाम – सूर्य की
पुत्री ,तापी , सूरसुता , पयोष्नी |
Tapti/Tapi River
Map -
अन्य तथ्य –
- Tapi River mp , महाराष्ट्र और गुजरात में बहती है |
- यह mp और महाराष्ट्र के बीच
प्राकृतिक सीमा बनती है |
- यह नर्मदा नदी के समान्तर भ्रंश घाटी
में बहती है |
- ताप्ती नदी नर्मदा नदी की तरह
ज्वारनदमुख (एस्चुरी) बनाती है |
- Tapi River की
सहायक नदियाँ – गोपद , पूर्णा , अनेर
, कालीभीत , उतावली आदि है |
Note - Tapi River और
Narmada River दोनों पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है |
गोदावरी नदी अपवाह तंत्र (Godavari River Drainage System hindi)–
गोदावरी नदी (Godavari River) -
- उद्गम – Godavari
River महाराष्ट्र के नासिक जिले के त्रय्म्बकेश्वर से
निकलती है |
- यह दक्षिण भारत की सबसे बड़ी नदी है |
- इसे दक्षिण भारत की गंगा (वृद्ध
गंगा) भी कहा जाता है |
MP में Godavari River तंत्र के 5 उपतंत्र है | जो कि निम्न है –
इनमे से हमें मुख्य नदियों के बारे में
पढना है ,जो MPPSC 2022 / 2023 के लिए उपयोगी होगी |
वेनगंगा नदी (Wainganga River in hindi) –
यह गोदावरी नदी की सहायक है |
- उद्गम - Wainganga River mp के सिवनी जिले की मुन्डारा गाँव (परसवाडा पठार) से निकलती है |
- लम्बाई – 570 किमी है |
- अवसान – Wainganga River महाराष्ट्र में यह गोदावरी नदी में मिल जाती है |
- अन्य नाम – वैन्या ,
दिदि आदि |
अन्य तथ्य –
- यह सिवनी और बालाघाट जिले में बहती
है |
- इसे सिवनी जिले की जीवन रेखा कहा
जाता है |
- Wainganga River महाराष्ट्र के भंडारा जिले में वर्धा नदी से मिलती है , इन दोनों के मिलन को प्राणहिता कहा जाता है |
वैनगंगा + वर्धा = प्राणहिता
- Wainganga River पर एशिया का सबसे बड़ा मिटटी का बांध है , इसे भीमगढ़ (संजय सरोवर) बाँध कहा जाता है | यह सिवनी जिले में है |
5. वैनगंगा की सहायक नदियाँ – बामनथड़ी , बाघ ,
सामरथावर आदि |
वर्धा नदी (Wardha River in hindi) –
यह गोदावरी नदी की
सहायक नदी है |
- उद्गम - Wardha River mp के
बैतूल जिले के मुलताई से निकलती है |
- लम्बाई – कुल 525
किमी है |
- अवसान – महाराष्ट्र में बैनगंगा
में मिल जाती है |
- सहायक नदियाँ – हिर्री ,
जाम आदि |
पेंच नदी (Pench River in hindi) –
यह कन्हान नदी की सहायक नदी है |
- उद्गम - Pench River mp के
छिंदवाडा जिले से निकलती है |
- लम्बाई – कुल 274
किमी (mp में 206 किमी
है)
- अवसान – नागपुर (महाराष्ट्र) में
कन्हान नदी में मिल जाती है |
Note- कुल्बेहरा नदी को
छिंदवाडा की जीवन रेखा कहा जाता है |
माही नदी अपवाह तंत्र – (Mahi River Drainage System hindi) –
- उद्गम - Pench River mp के
धार जिले से निकलती है |
- लम्बाई – कुल 472
किमी है |
- अवसान - Pench River गुजरात
में खम्भात की खाड़ी (अरब सागर) में गिरती है |
- अन्य नाम – इसका प्राचीन
नाम महति है | इसे पृथ्वी की पुत्री कहा जाता है |
- यह भारत की एकमात्र नदी है जो कर्क
रेखा को दो बार काटती है |
- सहायक नदियाँ – लरकी , कून , पानम आदि |
Mahi River
Map -
महानदी अपवाह तंत्र (Mahanadi River Drainage System hindi) -
- यह मध्यप्रदेश का सबसे छोटा अपवाह तंत्र है |
- Mahanadi River के अपवाह क्षेत्र में mp के अनूपपुर की केवल हसदो नदी ही आती है |
Note – समूली नदी , अंसर नदी MP के मंदसौर से निकलती है |
नोट - प्राचीन काल का सिन्धु सागर को
वर्तमान में अरब सागर कहा जाता है |
2023 में Mppsc Syllabus In Hindi - Pre और Mains (pdf)
Which is the longest river in MP?
Narmda river is the longest river of MP. The total length of narmda is 1312km and the length of narmda river in MP is 1077km.
From which districts of MP does the Narmada river flow?
The Narmada river flows - total 16 Districts - Anoopur, Dindori, Mandala,Seoni, Jabalpur, Narsinghpur, Harda, Hoshangabad, Dewas, Raisen, Sehore, Khandwa, Khargone, Dhar, Badwani, Alirajpur.
In which river is Pachmari situated in MP?
पचमढ़ी मध्यप्रदेश की सतपुड़ा पर्वत श्रेणी का भाग है ,यह तवा और देनवा नदी के किनारे स्थित है
Which river separates MP and up?
मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की सीमा में चम्बल नदी बहती है | चम्बल नदी उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश के मध्य प्राकृतिक सीमा बनाती है |
Why is Madhya Pradesh called as mother of rivers?
मध्यप्रदेश में कम से कम 201 नदियों का प्रवाह स्थल है, साथ ही पश्चिम, पूर्व, उत्तर, दक्षिण की ओर बहने वाली प्रमुख नदियों का उद्गम मध्यप्रदेश की पहाडियों से ही होता है, जैसे - नर्मदा,तापी,चम्बल,माही,सोन,केन,बेतवा,क्षिप्रा,बैनगंगा,कन्हान आदि अतः नदियों का उद्गम स्थल मध्यप्रदेश से ही होने के कारण मध्यप्रदेश को नदियों का मायका (Mother of Rivers) कहा जाता है |
पोस्ट को ध्यान से पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद् | आप यहाँ अपनी टिप्पणी (Comment) दे सकते है |